International Women’s Day : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
महिलाओं की उपलब्धियां:
पिछले कुछ दशकों में महिलाओं ने शिक्षा, स्वास्थ्य, राजनीति, खेल और व्यवसाय जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। आजकल, महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी योग्यता का लोहा मनवा रही हैं। यहां कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां दर्शाई गई हैं:
- शिक्षा: महिलाओं की साक्षरता दर में लगातार वृद्धि हो रही है। 2015 में, यह दर 79.7% थी, जो 1990 में 58.2% थी।
- स्वास्थ्य: महिलाओं की जीवन प्रत्याशा बढ़ रही है और मातृ मृत्यु दर में कमी आई है। 2015 में, महिलाओं की औसत जीवन प्रत्याशा 75.6 वर्ष थी, जो 1990 में 66.8 वर्ष थी।
- राजनीति: महिलाएं राजनीति में भी अधिक सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। 2022 में, 137 देशों में महिलाएं संसद सदस्य के रूप में कार्यरत थीं, जो 2010 में 123 देशों से अधिक है।
- खेल: महिलाओं ने खेलों में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। 2020 ओलंपिक खेलों में, महिलाओं ने 50% से अधिक पदक जीते थे।
- व्यवसाय: महिलाएं व्यवसायों में भी अपना योगदान दे रही हैं। 2022 में, 28 देशों में महिलाएं CEO के रूप में कार्यरत थीं, जो 2015 में 23 देशों से अधिक है।
हालांकि महिलाओं ने काफी प्रगति की है, लेकिन अभी भी लैंगिक समानता प्राप्त करने के लिए बहुत कुछ किया जाना बाकी है। लैंगिक भेदभाव, लैंगिक हिंसा, और वेतन असमानता जैसी समस्याएं आज भी मौजूद हैं।
महिलाओं के इतिहास और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत
प्राचीन काल:
महिलाओं का इतिहास मानव इतिहास का अभिन्न अंग है। प्राचीन काल से ही महिलाओं ने समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे घरों की देखभाल, बच्चों की परवरिश, और कृषि और व्यापार जैसे कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान देती थीं।
मध्यकाल:
मध्यकाल में, महिलाओं की स्थिति में बदलाव आया। पुरुष प्रधानता और सामाजिक रीति-रिवाजों ने महिलाओं की स्वतंत्रता और शिक्षा को सीमित कर दिया।
आधुनिक काल:
19वीं और 20वीं शताब्दी में, महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाई। महिलाओं के मताधिकार, शिक्षा, और समानता के लिए कई आंदोलन हुए।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत:
8 मार्च 1911 को, न्यूयॉर्क शहर में 15,000 महिलाओं ने बेहतर वेतन, कम काम के घंटे, और वोट देने का अधिकार मांगने के लिए प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत बन गया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का महत्व:
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाने और लैंगिक समानता प्राप्त करने की दिशा में काम करने का अवसर देता है। यह दिवस महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके जीवन में सुधार लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों को याद दिलाता है।
महिलाओं के इतिहास में कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं:
- 1792: मैरी वोलस्टनक्राफ्ट ने “ए विंडिकेशन ऑफ द राइट्स ऑफ वुमन” प्रकाशित किया, जो महिलाओं के अधिकारों के लिए एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है।
- 1848: सेनेका फॉल्स कन्वेंशन, महिलाओं के अधिकारों के लिए पहला राष्ट्रीय सम्मेलन, न्यूयॉर्क में आयोजित किया गया था।
- 1920: 19वें संशोधन को अमेरिकी संविधान में पारित किया गया, जिसने महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिया।
- 1975: संयुक्त राष्ट्र ने 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस घोषित किया।
- 2015: संयुक्त राष्ट्र ने सतत विकास लक्ष्यों को अपनाया, जिसमें लैंगिक समानता प्राप्त करने का लक्ष्य भी शामिल है।
निष्कर्ष:
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाने और लैंगिक समानता प्राप्त करने की दिशा में काम करने का अवसर देता है। हमें महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, और आर्थिक अवसरों तक उनकी पहुंच सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।